Sad shayri 1
1...तमीज़दार होने का नुकसान ये भी है कि,
हज़ारों बातें दिल के अन्दर ही रह जाती है !!
2..इतना बेताब न हो मुझसे बिछड़ने के लिए,
तुझे आँखों से नहीं मेरे दिल से जुदा होना है।❤❤❤❤💓💓
3...चोट का बहाना बना कर अक्सर मै टूट कर रोता हूँ ,
उसकी याद में...
4...किसके है हम???
बस तुम्हारे ही तो है...
हाय उसकी ये बात...
5..तोड़ेंगे ग़ुरूर इश्क़ का
और इस कदर सुधर जाएंगे,
खड़ी रहेगी मोहोब्बत रास्ते पर
हम सामने से गुजर जाएंगे...
6..उन पंछियों को कैद में रखना आदत नही हमारी...
जो हमारे दिल में रहकर,
गैरों के साथ उड़ने का शौक रखते हों...
7....कैसे मौहब्बत करूं बहुत गरीब हूँ,
लोग बिकते है और मैं खरीद नहीं पाता...
8...वो आज भी, नजरंदाज कर रहा है..
मतलब
मैं आज भी, उसे मुकम्मल याद हूँ..
9..मोहब्बत का ही तो रंग ओढ़कर मैं खुशनुमा हूं,
तुम ही तुम तो हो मुझ में, मैं कहां हूँ...
10..सदियों रहेगा यूँ ही ये रिश्ता तेरा मेरा,
तेरी वफ़ा की माँग में ये जो मेंरा गुलाल है...
हज़ारों बातें दिल के अन्दर ही रह जाती है !!
2..इतना बेताब न हो मुझसे बिछड़ने के लिए,
तुझे आँखों से नहीं मेरे दिल से जुदा होना है।❤❤❤❤💓💓
3...चोट का बहाना बना कर अक्सर मै टूट कर रोता हूँ ,
उसकी याद में...
4...किसके है हम???
बस तुम्हारे ही तो है...
हाय उसकी ये बात...
5..तोड़ेंगे ग़ुरूर इश्क़ का
और इस कदर सुधर जाएंगे,
खड़ी रहेगी मोहोब्बत रास्ते पर
हम सामने से गुजर जाएंगे...
6..उन पंछियों को कैद में रखना आदत नही हमारी...
जो हमारे दिल में रहकर,
गैरों के साथ उड़ने का शौक रखते हों...
7....कैसे मौहब्बत करूं बहुत गरीब हूँ,
लोग बिकते है और मैं खरीद नहीं पाता...
8...वो आज भी, नजरंदाज कर रहा है..
मतलब
मैं आज भी, उसे मुकम्मल याद हूँ..
9..मोहब्बत का ही तो रंग ओढ़कर मैं खुशनुमा हूं,
तुम ही तुम तो हो मुझ में, मैं कहां हूँ...
10..सदियों रहेगा यूँ ही ये रिश्ता तेरा मेरा,
तेरी वफ़ा की माँग में ये जो मेंरा गुलाल है...
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