2line whatsapp status
1...
*हवा गुजर गयी, पत्ते हिले भी नहीं.....*
*वो मेरे शहर मे आये और मिले भी नहीं..........!!*
2..
पड़ा जो वक़्त तो पैसों की तरह काम आऐ
हमारे पास भी कुछ लोग थे कमाए हुए
3..
एहसान मान लेना भी मुश्किल लगा उन्हें
एहसान मान कर भी, इक एहसान कर गए
4..
समा ले मुझे अपने मखमली बदन में
के कांटो भरे रास्ते पर चलकर तुझसे मोहब्बत की है
5..
मैं नासमझ ही सही मगर वो तारा हूँ जो
तेरी एक ख्वाहिश के लिए सौ बार टूट जाऊं
6..*बचत करने की आदत सी हो गई है,*
*मैं अपना दर्द अब कम ही बांटता हूँ।*
7..
चंद तस्वीर-ऐ-बुताँ , चंद हसीनों के खतूत .
बाद मरने के मेरे घर से यह सामान निकला
8..
तन को मीरा कर लिया,मन को किया कबीर!
बची न कोई आस फिर ,बची न कोई पीर...!!
9...
लिखने चले थे कुछ ख्याल,,,
जाने कब वो शायरी बन गई…
10..
कमाईथी जिन के लिए दुनिया भर की दौलते
आज उन वारिसों ने मुझको कफ़न नाप के दिया
11..मीठा लगता है इश्क़ जब तलक आस है
मिलते ही कड़वाहट में बदलने लगता है
12..
*मालूम सबको है कि जिंदगी बेहाल है.*
*लोग फिर भी पूछते हैं... "और सुनाओ क्या हाल है..!!??*
13..
*गम कहने मैं बड़ा कम लगता है ,,*
*पर सहने में बड़ा दम लगता है..*
14..
झूठ कहते हैं कि,संगत का हो जाता है असर,
काँटों को तो आज तक,महकने का सलीका नहीं आया,,
15..
मोहलत नही मिली कभी हमेँ जनाब वरना......, हम बतातेँ जहर का जायका क्या होता है.....!
Comments
Post a Comment