Alone shayari
1...
*बहुत थे मेरे भी इस दुनिया में अपने ,*
*फिर हुआ सच बोलने का नशा और हम अकेले हो गए..*
2..
कुछ लोग तन्हा नही होते..
बल्कि,
कभी-कभी तन्हाई कुछ लोगों की हो जाती है....उम्रभरके लिये...
3..
जुदा तो एक दिन सांसें भी हो जाती है
तो फिर शिकायत सिर्फ मोहबत से ही क्यों
*
4..
एक बार ही जी भर के सज़ा क्यूँ नहीं देते
मैं हर्फ़ ए ग़लत हूँ तो मिटा क्यूँ नहीं देते
मोती हूँ तो दामन में पिरो लो मुझे अपने
आँसू हूँ तो पलकों से गिरा क्यूँ नहीं देते
साया हूँ तो साथ ना रखने कि वज़ह क्या
पत्थर हूँ तो रास्ते से हटा क्यूँ नहीं देते
5..
हैं कोई मोहब्बत करने वाला
मुझे उसे बर्बाद करना है
6..
याद आयेगी हर रोज तेरी मगर तुझे आवाज न दूंगा
लिखूंगा तेरे ही लिये हर गजल मगर अब तेरा नाम न लूंगा
7..
शायरीं मेरी अब भी दर्दनाक ना होतीं तो कयामत होती
बह गया है खून कलम के रास्ते
8..
दूसरी मोहब्बत पहली को भुलाने के लिए की जाती है ...तीसरी इंतकाम के लिए की जाती है ...फिर इस बेग़ैरती की आदत पड़ जाती है..
9...
*मैं नहीं कहता की मेरी खबर पूछा करो दोस्तों,*
*खुद किस हाल में हो इतना ही बता दिया करो*!!
10..
💞 *आँखे भी बोलती है, मोहब्बत की भाषा...*
💕💕💕💕😍
*हमसफ़र की नजर से, नजर मिला कर तो देखो...*💞
11..
*बदल जाऊं तो मेरा नाम वक्त रखना,*
*थम जाऊं तो हालात,*
*छलक जाऊं तो मुझे जज्बात कहना..*
*महसूस हो जाऊं तो दोस्त*😊👍😊
12..
*जब से सभी के अलग अलग मकान हो गए.....*
*पुरा बचपन साथ बिताने वाले भाई भी, आज एक दूसरे के मेहमान हो गए...*
13..
सूर्य उदय और सूर्य अस्त होना दोनों इस बात का प्रतिक है,
कि शुरुआत हो चाहे अंत दोनों भी खुबसूरत हो सकते हैं
14..
ज़हर को चख के परखने की ज़िद....
शायद मोहब्बत इसी को कहते हैं
15..
ना जाने कब तुम पर,
हम खुद को हार गये
16..
नाम बदनाम होने की चिंता छोड़ दी मैंने...
अब जब गुनाह होगा, तो मशहुर भी तो होगे
17..
*हमारी आँखों पर भरोसा कीजिये जनाब
,गवाही तो अदालतें माँगा करती है !!*
18..
*इबादत में न हो गर फायदा तो यूं भी होता है..*
*हर नई मन्नत पर दरगाहें बदल जाती हैं..*
19..
कड़वा सच :
रिश्ता मरने से पहले बहुत देर तक वेंटिलेटर पर रहता है !!
20..
रहता तो नशा तेरी यादों का ही है,
कोई पूछे तो कह देता हुँ, पी रखी है...
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