दर्दभरी शायरी
1...
हक़ से दे तो
तेरी "नफरत" भी सर आँखों पर...
खैरात में तो
तेरी "मोहब्बत" भी मंजूर नहीं..."😊
2..
बात-बात पर, हर बात पर, जुदाई की धमकी,
तुमने तो मोहब्बत को बदमाशी बना रखी है !
3..
छुपे छुपे से रहते हैं सरेआम नहीं हुआ करते,
कुछ रिश्ते बस एहसास होते हैं उनके नाम नहीं हुआ करते
️️
4..
वो दीवाना सा कोई और था जो तेरी फिकर करता था,
वो मर गया जो दुआओं में तेरी जिकर करता था...😢
5..
हम भी हुआ करते थे वकील इश्क वालों के कभी,
नज़रे उनसे क्या मिली, आज खुद कटघरे में है
️
6.
एम्बुलेंस सा हो गया है ये जिस्म,
सारा दिन घायल दिल को लिये फिरता है।
😂😀😉
7..
❤"तेरे अंदर ज़िंदा रेहने की ख़्वाहिश में,
मैं ख़ुद को अपने अंदर मार बैठा हूँ."❤
8..
रेत पर ला के मछलियाँ रख दो.
प्यार की तड़प जान जाओगे
9..
इतनी सीमेंट है आजकल शहरो की हवाओं मे,
कब दिल पत्थर का हो जाता है पता ही नहीं चलता..!!
10..
कौन कहता है "पैसा" सबकुछ खरीद सकता है...!
है "दम" तो टूटे हुए "विश्वास" को पाकर दिखाए...
11.
❤"जो पूरा हो ना सका वो क़िस्सा हूँ मैं,
अधूरा ही सही पर तेरा ही हिस्सा हूँ मैं."❤
12..
अंदाज शायराना बेशक है हमारा भी
लेकिन....
हर दफा टूटने की आवाज हो,वो आइना भी
नहीं है हम.....�� ��
13.
*"चाकू.. खंजर.. तीर* और,*तलवार..* लड़ रहे थे.. कि...,कौन.. *ज्यादा गहरा घाव* देता है,*शब्द..* पीछे बैठे.. मुस्कुरा रहे थे...
14.
*जिससे प्यार करो ,, उसे अगर पा लिया जाये तो इसे किस्मत कहते है,,*
*और जो किस्मत में नही है ,,,फिर भी उसी से प्यार करो तो इसे मोहब्बत कहते है.....!!!*💞💞
15.
मेरी आँखों को पकड़ कर के,, ऊंगलियाँ इक दिन..
छोड़ जाएंगे तेरी हद में इशारे मुझको..
Comments
Post a Comment